कैप्शन :- विश्व मलेरिया दिवस के अवसर पर जी.एच.जी. खालसा स्कूल में बच्चों को मलेरिया से बचावसंबधी जानकारी देते हुए सीएचओ डॉ. जसविंदर सिंह और एचआई पीएचसी लताला के संजीव कुमार इत्यादि !
अहमदगढ़, 25 अप्रैल (गगनदीप दर्पण/राजपाल गर्ग) विश्व मलेरिया दिवस के अवसर पर आज छपार रोड स्थित जी.एच.जी. खालसा सीनियर सेकेंडरी स्कूल में एक विशेष स्वास्थ्य जागरूकता कैंप का आयोजन किया गया। इस मौके पर स्कूल के शिक्षकों और छात्रों को मलेरिया से बचाव के उपायों पर प्रशिक्षण दिया गया।
कार्यक्रम की अगुवाई कर रहे सीएचओ डॉ. जसविंदर सिंह और एचआई पीएचसी लताला के संजीव कुमार ने एक मीटिंग के ज़रिए मलेरिया के कारण, लक्षण और रोकथाम संबंधी विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मलेरिया मादा एनोफिलीज मच्छर के काटने से होता है, जो घरों के अंदर और बाहर खड़े साफ़ या गंदे पानी में पनपते हैं।इस अवसर पर एचआई पीएचसी लताला के संजीव कुमार ने मलेरिया के लक्षण के बारे में बताया की ठंड और कपकपी के साथ तेज बुखार, बुखार उतरने के बाद पसीना आना और कमजोरी महसूस होना इसके प्रमुख संकेत हैं। वक्त पर इलाज करवाना बेहद जरूरी है और यह सभी सरकारी अस्पतालों में निःशुल्क उपलब्ध है।
डॉ. जसविंदर सिंह ने बताया कि मलेरिया से बचने के लिए कहा की कूलर, फ्रिज की ट्रे, टायर-ट्यूब जैसी जगहों पर पानी जमा न होने दें।घर के आसपास की नालियों में पुराने जले हुए इंजन ऑयल का छिड़काव करें। सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें और मच्छर भगाने वाली क्रीम या गुड नाइट आदि का इस्तेमाल करें। कार्यक्रम के अंत में एमपीएचडब्ल्यू (मेल) मुहम्मद सुलेमान ने सभी शिक्षकों और छात्रों का धन्यवाद किया और मलेरिया से संबंधित पंपलेट वितरित किए। इस मौके पर स्कूल के प्रिंसिपल और सभी शिक्षकगण भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम के दौरान छात्रों ने मलेरिया से बचाव को लेकर अपने घरों और मोहल्लों में जागरूकता फैलाने का संकल्प भी लिया। यह जागरूकता कार्यक्रम मलेरिया के प्रति जनजागरूकता बढ़ाने और समुदाय को स्वास्थ्य के प्रति सजग करने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।