“संघर्ष तब तक चलेगा जब तक जीत नहीं मिलती” – अमनदीप सिंह ललतों
कैप्शन:गिरफ्तारी से पहले लोगों को संबोधित करते भारतीय किसान यूनियन एकता-डकौंदा के उपाध्यक्ष अमनदीप सिंह ललतों।
डेहलों 26 अप्रैल ( जसवीर सिंह गुरम / दीपक गोयल दीपा )गांव अखाड़ा में कैंसर फैला रही बायोगैस फैक्टरी के विरोध में शांतिपूर्ण धरना दे रहे किसानों पर शुक्रवार सुबह पुलिस ने अचानक लाठीचार्ज कर दिया। कार्रवाई सुबह 4 बजे शुरू हुई जब पुलिस ने गांव को चारों तरफ से घेर लिया और भारतीय किसान यूनियन एकता-डकौंदा के राज्य अध्यक्ष मनजीत सिंह धनेर समेत कई बड़े नेताओं को गिरफ्तार कर लिया।
शाम होते-होते सभी नेताओं को किया गया रिहा, लेकिन गुस्साए लोगों ने बरनाला-जगराओं सड़क पर जाम लगा दिया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कई गांवों में प्रदर्शन किए। लुधियाना और बरनाला के कई हिस्सों में सरकार का पुतला फूंका गया।
गिरफ्तार किए गए नेताओं में यूनियन के राज्य अध्यक्ष मनजीत सिंह धनेर और उपाध्यक्ष अमनदीप सिंह ललतों के अलावा बरनाला जिले के अध्यक्ष कुलवंत सिंह मान, वरिष्ठ उपाध्यक्ष जुगराज सिंह हरदासपुरा और कई अन्य किसान नेता शामिल हैं।
27 अप्रैल को राज्यव्यापी विरोध का एलान :- पुलिस कार्रवाई के विरोध में यूनियन ने शुक्रवार को आपात बैठक बुलाई और एलान किया कि शनिवार 27 अप्रैल को पंजाब के सभी जिला मुख्यालयों पर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
“गैरकानूनी फैक्टरी, सरकार खुद मान चुकी है” – यूनियन
यूनियन नेताओं ने साफ कहा कि यह फैक्टरी गैरकानूनी और प्रदूषण फैलाने वाली है, और सरकार खुद यह बात मान चुकी है। फिर भी कॉरपोरेट घरानों के दबाव में आकर आम जनता की आवाज को दबाया जा रहा है। यूनियन ने मांग की है कि: बायोगैस फैक्टरी को स्थायी रूप से बंद किया जाए, गिरफ्तार सभी किसान नेताओं को बिना शर्त रिहा किया जाए (जो बाद में शाम को हुआ) , किसानों के शांतिपूर्ण आंदोलन में हस्तक्षेप न किया जाए